सैनिटाइजर | जाने इस्के फाय्दे ओर प्रकार

सैनिटाइजर 

सैनिटाइजर

कोरोना वायरस बडी तेज़ी से भारत के लोगों को अपना शिकार बना रहा है. यह संक्रमण चीन के वुहान शहर से निकला और इसने पूरे विश्व मे तबाही मचा दी. क्योंकि अभी तक इसकी कोई दवा या वैक्सीन नहीं बन पाई है.इस वायरस से निपटने के लिए जिन दो चीज़ों का अधिक प्रयोग हो रहा है वे मास्क और सैनिटाइजर  हैं |

सैनिटाइजर की परिभाषा 

हमारे हाथों  को कीटाणु  रहित करने के लिए उपयोग मे लाया जाना वाला तरल पदार्थ है .सैनिटाइजर   एक अग्रेजी शब्द है,जिसका हिन्दी में अर्थ है प्रक्षालक.  साबुन ओर पानी के अभाव मे प्रयोग आने वाला द्रव |

सैनिटाइजर  का महत्व  

दोस्तो, आज कल इस महामारी के चलते  इसका महत्व बहुत बढ गया है,इसका प्रयोग हम अपने हाथो, घर व वातावरण को स्वच्छ और कीटाणु रहित करने के लिए कर रहे है ताकि हम अपने आस पास एक सुरक्षा चक्र बना सके.विदेशो मे तो इसका प्रयोग पहले से ही किया ज़ा रहा है.

लेकिन जब से इस वैश्विक महामारी ने भारत में पाँव पसारा है तब से भारतवासी भी इसके महत्व से जागरूक हुए हैं. अधिक खपत और माँग के कारण बाज़ार मे इसकी कमी हो गयी है,क्योंकि इन ज़टिल परिस्थितियो मे यह हमारा साथ उसी प्रकार निभा रहा है. जिस प्रकार इंसान को जीवित रखने के लिए ऑक्सिजन अपना कार्य करती है.

सैनिटाइजर

सैनिटाइजर का प्रयोग कब करें

सैनिटाइजर का प्रयोग तभी करें जब पानी या साबुन की सुविधा उपलब्ध ना हो उदाहरणत:

जब हम अपने office में  कार्य करते  हैं

 बस, गाड़ी मे सफ़र करते हैं.

 किसी ज़रूरी कार्य हेतु घर से बाहर निकलते  हैं.

 किसी रोगी के कमरे में जाने से पहले.

इसके  प्रकार

हैन्ड सैनिटाइजर दो प्रकार का होता है.

(1) अल्कोहल वाला          (2) अल्कोहल रहित.

(1) अल्कोहल बाला सैनिटाइजर 

इस  को बनाने में 60% से 95% तक एलप्रोपनो, इथेनाल आइसोप्रोपनोल का प्रयोग किया जाता है |

WHO के अनुसार उपरोक्त चीज़ो से बने हेंड सैनिटाइजर ह्मारे लिए अधिक उपयोगी है.

Centre for Disease Control And Prevention के मुताबिक भी अल्कोहल वाले सैनिटाइजर वाइरस को नष्ट करने में प्रभावी होते है |

(2) अल्कोह्ल रहित सैनिटाइजर

यह  बनाने में अल्कोह्ल का प्रयोग नहीं होता है . बल्कि घर पर उपलब्ध देसी चीज़ो का इस्तेमाल करके ( जैसे नींम, पुदीना,एलोवीरा, तुलसी की पतियाँ ,नींबू फिटकरी ,गिलसरीन और कोई भी तेल )से बनाया जा सकता है |

लाभ

इन चीज़ो से बना सैनिटाइजर सॉफ्ट व केमिकल रहित होता है |

ये शिशुओं से लेकर हर आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए लाभ दायक होता है

इससे हमारी त्वचा में खुजली और जलन जैसी समस्‍या नहीं होती है |

कैसे करें इसका का प्रयोग

आइए अब यह जानते हैं कि कैसे इसका प्रयोग करें ? कितनी मात्रा में  लेना है व कितनी देर तक हाथों में मलना है ? इसकी मात्रा हथेली में ले कर उंगलियों को मलते हुए  प्रयोग करना चाहिए. तभी तो जाने इस्के . फाय्दे ओर  कीटाणुरोधक साबित होगा.

  क्यों करें  इसका प्रयोग

जैसा कि हम जानते है इस समय सारा विश्व कोविद-19 जैसी भयॅंकर महामारी के प्रकोप का सामना कर रहा हैं . इंसान अपने आप को इस प्रकोप से बचाने के लिए हर साधन अपनाने की कोशिश कर रहा है.सैनिटाइजर  भी अनेक साधनों में से एक साधन है जिसका प्रयोग हमें स्वास्थ्य-विशेषज्ञों के दिशा निर्देशों अनुसार करके अपना और अपने परिवार का बचाब करना चाहिए.

सावधानियाँ

हैंड सैनिटाइजर तैयार करते समय कुछ सावधानियों का रखें ध्यान

1) जिन चीज़ों का भी प्रयोग liquid mixture बनाने में करें वे साफ होनी चहिए.

2) WHO के अनुसार इस liquid mixture को 72 घंटे के लिए छोड़ देना चाहिए.

3) सेंटर फॉर डिसीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक़ सैनिटाइजर में अल्कोहल की मात्रा कम से कम 60% होनी चहिए.

4) हैंड सैनिटाइजर मे केवल 99% आइसोप्रोपिल एल्कोहल वाला mixture उपयोग होता है.

5) बाज़ार में मिलने वाली शराब जैसे vodka, whiskey इत्यादि असरदार नहीं होती है.

 

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