Development of Agriculture Sector in Kuttanad”.

       Development of Agriculture

Development of Agriculture स्कीम भारत इस स्कीम में धान (चावल) के लिए चलाइ गई है। जिले के आंतरिक हिस्से में बसा हुआ यह इलाका एक विशाल पुनर्निर्मित (रीक्लेम्ड) भूमि है जिसे तटबंध (डाइक्स) द्वारा जल से अलग किया गया है और पानी की ऊंचाई जितनी दिखती उससे कहीं अधिक है। देहात का नजारा तो ऐसा है कि यहां से होकर जो भी हाउसबोट में गुजरते हैं सबको मंत्रमुग्ध कर देता है। माना जाता है यह दुनिया में शायद इकलौती जगह है जहां समुद्र तल से 2 मी. की गहराई पर खेती की जाती है।आरकेवीवाई, आरआईडीएफ और एलएसजीडी के तहत किए गए विभिन्न पदशेखरमों के बुनियादी ढांचे के विकास कार्यों का एकीकरण सुनिश्चित किया जाएगा। केएलडीसी द्वारा किए गए बुनियादी ढांचे के कार्यों को भी इसमें एकीकृत किया जाएगा। विभाग कुट्टनाड क्षेत्र में अनुमोदित फसल कैलेंडर को अपनाने को सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करेगा। कम अवधि वाले चावल की किस्मों की उपलब्धता और संबंधित कार्यों की सुविधा प्रदान की जाएगी।

 

1  कृषि अवसंरचना कोष (एआईएफ) …

2 कृषि अवसंरचना कोष (एआईएफ) का उद्देश्य …

3 जैविक खेती को बढ़ावा देना …

4 भूमि धारक किसानों के लिए वृक्षारोपण को बढ़ावा देना …

5 निर्यात योग्य फसलों का उत्पादन …

6 एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच)

Objective of  Krishi development Scheme.

कृषि समुदायों का विकास लगभग 10,000 साल पहले हुआ जब मनुष्यों ने पौधों और जानवरों को पालतू बनाना शुरू किया । घरेलूता की स्थापना करके, परिवार और बड़े समूह समुदायों का निर्माण करने और खानाबदोश शिकारी-संग्रहकर्ता जीवन शैली से संक्रमण .

आधुनिकता के इस दौर में फसलों की उत्पादन क्षमता बढ़ाना किसानों का एक मात्र लक्ष्य बन कर रह गया है। किसान का दायित्व बनता है कि वह ऐसा शुद्ध और पौष्टिक अनाज का उत्पादन करें, ताकि स्वस्थ शरीर के साथ स्वस्थ समाज का निर्माण हो.

Development of Agriculture खेती के कौन-कौन से प्रकार होते हैं?

1 विशिष्ट खेती (Specialized Farming)

2 मिश्रित खेती (Mixed Farming)

3 शुष्क खेती (Diversified Farming)

4 बहु प्रकारीय खेती (Dry Farming)

5 रैंचिंग खेती (Ranching Farming)

Development of Agricultureभारत में होने वाली विभिन्न प्रकार की कृषि .

  • 1 निर्वाह खेती (Subsistence Farming) …
  • 2 बागवानी कृषि (Horticulture Agriculture) …
  • 3 गहन कृषि (Intensive Farming) …
  • 4 स्थानांतरित कृषि (Shifting Agriculture) …
  • 5 व्यापक कृषि (Extensive Agriculture) …
  • 6 वाणिज्यिक कृषि (Commercial Agriculture) …
  • 7 सूखी भूमि खेती (Dryland Farming)

Development of Agricultureभारत में कृषि की मौजूदा स्थिति.

आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 के अनुसार भारत में कृषि का मशीनीकरण 40 प्रतिशत है, जो कि ब्राज़ील के 75 प्रतिशत तथा अमेरिका के 95 प्रतिशत से काफी कम है। इसके अलावा भारत में कृषि ऋण के क्षेत्रीय वितरण में भी असमानता विद्यमान है।

भारत में मुख्य रूप से तीन फसलें होती हैं- खरीफ, रबी और जायद। किसी समय-चक्र के अनुसार वनस्पतियों या वृक्षों और पौधों पर से इंसानों या पशुओं के उपभोग के लिए उगाकर काटी या तोड़ी जाने वाली पैदावार को फसल कहा जाता हैं।

Development of Agriculture कृषि की पांच समस्याएं क्या है?

Development of Agriculture

5- कुछ अन्य कारणों में कृषि में आधुनिक उपकरणों और तकनीकों का प्रयोग न कर पाना, परिवहन सुविधाओं की कमी, भंडारण सुविधाओं में कमी, परिवहन की सुविधाओं में कमी, अन्य आधारभूत सुविधाओं का अभाव तथा मिट्टी की गुणवत्ता में कमी के कारण उपज में आती कमी इत्यादि समस्याएँ शामिल हैं।

कृषि में कौन सा देश नंबर 1 है?

विश्व में कृषि उत्पादन के सकल मूल्य के मामले में चीन शीर्ष देश है। चीन के पास 7% कृषि योग्य भूमि है और इससे वे दुनिया की 22% आबादी का पेट भरते हैं। चीन विश्व का सबसे बड़ा चावल उत्पादक देश है।

  How to apply in this scheme  

First of all go for official website and open it on computer screen . After then apply on home page and read the instructions carefully. and then go to apply button after then fill the form. After fill it please submit it and get conformation slip on computer screen .

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