Integrated Child Development Services and objectives 2023
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Integrated Child Development Yojana 2023.
Integrated Child Development हमारे देश में बच्चों को पूरक पोषण, टीकाकरण और प्री-स्कूल शिक्षा प्रदान करने वाली एकीकृत बाल विकास योजना चलाइ गई है।
यह योजना बच्चों के समग्र विकास के लिए सेवाओं का एक एकीकृत पैकेज प्रदान करती है। यह स्कीम राज्य सर कर और केंद्र सरकार दवारा पारित की गई है।
इस योजना का नाम एकीकृत बाल विकास योजना (ICDS) का नाम बदलकर अब आंगनवाड़ी सेवा योजना रखा गया है।
इस स्कीम की सेवाएं अब सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के रूप में जानी जाती हैं। केंद्र सरकार द्वारा 15वें वित्त आयोग की अवधि यानी 2021 से 2026 तक रकह गया है।
ICDS Yojana का उद्देश्य 2023.
1 लगबग 0-6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार लाना।
2 बच्चों के जन्म से पहले एवं बाद में मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और सामाजिक विकास की नींव मजबूत करना।
3 सभी बच्चो के मृत्यु दर, रुग्णता, कुपोषण और स्कूल छोड़ने की घटनाओं को कम करना।
4 बाल विकास को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विभागों के बीच नीति बनाना है।
Integrated Child Development Scheme Main Points
योजना का नाम | एकीकृत बाल विकास योजना |
योजना शुरू | सन 1975 |
विभाग | महिला एवं बाल विकास मंत्रालय |
अंतर्गत | केंद्र सरकार पूर्ण वित्त पोषित |
लागू | देश के सभी जिलों में |
आधिकारिक वेबसाइट | CAS dashboard at http://icds-wcd.nic.in/ |
ICDS schemes are included in the child development program.
- 1 आंगनवाड़ी की सभी योजनाए .
- 2 प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना .
- 3 राष्ट्रीय क्रेच योजना .
- 4 किशोरियों के लिए योजना .
- 5 बाल संरक्षण योजना .
- 6 पोषण अभियान .
- 7 राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन .
- 8 मध्याह्न भोजन योजना .
- 9 राष्ट्रीय पोषण रणनीति .
Integrated Child Development Services under ICDS.
1 अनुपूरक पोषण .
2 स्कूल-पूर्व अनौपचारिक शिक्षा .
3 पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा .
4 प्रतिरक्षा .
5 स्वास्थ्य जांच एवं .
6 रेफरल सेवाएँ .
Integrated Child Development योजना लाभार्थी.
- 1 0-6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चे .
- 2 गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएँ .
- 3 किशोर लड़कियां (14-18 वर्ष) .
(ICDS) offers a package of six services
- पूरक पोषण (Supplementary Nutrition)
- प्री-स्कूल गैर-औपचारिक शिक्षा,
- पोषण और स्वास्थ्य शिक्षा,
- प्रतिरक्षा (Immunization),
- स्वास्थ्य जांच और
- रेफरल सेवाए
इस स्कीम के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या में 0-6 वर्ष के उम्र वाले बच्चों की संख्या 15.8 करोड़ हैं। देश के ये बच्चे ही भारत का आने वाला भविष्य हैं।
इन सारे बच्चो मे कुपोषण, कम सीखने की क्षमता है। तथा मृत्यु दर को कम करने की चुनौती के जवाब में अपने बच्चों और नर्सिंग माताओं के लिए सरकार द्वारा ICDS नामक एक योजना का आरंभ किया गया है।
पूरक भोजन जिसके अन्तरगत समेकित बाल विकास सेवा से बच्चों को 300 दिन की अवधि के लिए जिसमें 500 कैलोरी की ऊर्जा और 12-15 ग्राम प्रोटीन दिया जाएगा. इसके अलावा स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं के भोजन में 600 कैलोरी की ऊर्जा और 18-20 ग्रामप्रोटीन दिया जाएगा .
गर्भावस्था के दौरान मां को आवश्यक पोषण के बारे में जानकारी देना और बच्चे की देखभाल हेतु विभिन्न जरूरतों के बारे में पता लगाना और उनकी मदद करना|
समेकित बाल विकास योजना क्रियान्वयन का मूल मंच आंगनवाड़ी केन्द्र है| इसी के माध्यम से इसे सम्पादित किया जाता है| इसके अंतर्गत मुख्य विकास परियोजना अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायकों के साथ विविध पर्यवेक्षक शामिल हैं|
How to apply online in Integrated Child Development Services.
इस योजना में अप्लाई करने के लियस इसकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा। बाद में वेबसाइट ओपन होने के बाद होम पेज पर जाओ .जिसकी मदद से आप लोग इसका लाभ ले सकते हो। सबसे प हले होम पेज पर किलक करो. बाद में इसमें दिए हुए फॉर्म को फइलल करो जिसकी मदद से आप इसका लाभ ले सकते हो सभी फॉर्म को अच्छे तरिके से फइलल करके बसद में सबमिट करो। बाद में कंप्यूटर स्क्रीन पर इसका प्रिंट आउट निकल लो। जिसकी मदद से इसका लाभ लेने में आसानी होगी।